[su_heading size=”18″ margin=”3″]शिक्षा सत्र शुरू होनें के बाद भी नही सुधरी व्यवस्था[/su_heading]
[aps]पूरे प्रदेश को स्वच्छ बनाने के लिए सरकारें अभियानों पर पानी की तरह पैसा बहा रही है, लेकिन अभी भी रायगढ़ जिले में 71 स्कूल ऐसे है जो सुविधाविहीन है। इसके अलावा सरकारी कंपनी एसईसीएली ने 135 शौचालयों का काम शुरू तक नही किया है। [/aps] रायगढ़ : कितनी अजीब बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरे देश को साफ-स्वच्छ रखने का पाठ पढ़ा रहें है। लेकिन सरकार शिक्षा के मंदिरों को ही सुविधायुक्त नही बना सकी। जिला शिक्षा अधिकारी ने संभागायुक्त को एक रिपोर्ट भेजी है, जिसके तहत अभी 71 स्कूल ऐसे है जहां सुविधाएं नही है। इन स्कूलो में शौचालय ही नही बन सके है। प्रधानमंत्री की बात तो कोल इंडिया के कानों में भी नही पहुंच रही है। कोल इंडिया की सब्सिडायरी कंपनी एसईसीएल ने शौचालय निर्माण के काम में बहुत लापरवाही बरती है। एसईसीएल ने 135 शौचालयों का काम शुरू तक नही किया है। दरअसल केन्द्र सरकार ने सार्वजनिक उपक्रमों को भी टायलेट निर्माण का जिम्मा दिया था। इसमें एसईसीएल ने 135 और महिन्द्रा एंड महिन्द्रा को 8 शौचालयों का निर्माण करना था। सार्वजनिक उपक्रमों को जिले में 1055 टायलेट बनाने थे। इनमें से 117 पूरे, 601 प्रगति पर और 337 अप्रारंभ है। यह आंकडे स्वच्छ भारत अभियान की हकीकत बयां कर रहें है।