[su_heading size=”18″ margin=”0″]तेजी से कराया जा रहा है वितरिका नहरों का निर्माण[/su_heading]
[aph] रायगढ़ : [/aph] रायगढ़ जिले की जीवन रेखा केलो नदी पर बना केलो डेम से आगामी खरीफ सीजन में लगभग 15 हजार एकड़ में सिंचाई के लिए जलापूर्ति की जाएगी। केलो वृहद सिंचाई परियोजना के नाम से केलो डेम का निर्माण 598 करोड़ रुपए की लागत से कराया गया है। इसकी कुल सिंचाई क्षमता 57 हजार 25 एकड़ है। सिंचाई के लिए वितरिका नहरों का निर्माण अभी जारी है। इसकी मुख्य केनाल की लंबाई 28 किलो मीटर है। इसका निर्माण पूरा करा लिया गया है। मुख्य केनाल से 15 किलो मीटर दूरी पर पर निकलने वाली धनगांव वितरिका से आगामी खरीफ सीजन में किसानों को जलापूर्ति को लेकर केलो परियोजना के अधिकारियों ने तैयारी पूरी कर ली है। धनगांव के वितरिका नहर जो 12 किलो मीटर लम्बी है, पूरी करा ली गई है।
[toggle title=”केलो डेम का निर्माण केलो नदी पर कराया गया है” state=”open”]केलो डेम का निर्माण रायगढ़ शहर से 8 किलो मीटर की दूरी पर केलो नदी पर कराया गया है। इस वृहद सिंचाई परियोजना से रायगढ़ जिले के 167 गांव तथा जांजगीर-चाम्पा जिले के 8 गांव इस प्रकार कुल 175 गांव में सिंचाई के लिए जलापूर्ति हो सकेगी। केलो डेम से रायगढ़ शहर में पेयजल की आपूर्ति के लिए 4.44 मिलियन घन मीटर तथा औद्योगिक प्रयोजन के लिए 4.44 मिलियन घन मीटर पानी भी सुरक्षित रखे जाने का प्रावधान है। केलो डेम के डूबान के गांव लाखा और दनौट में प्रभावितों के पुनर्वास की व्यवस्था की गई है। पुनर्वास के लिए बनाई गई कालोनी में सड़क, पक्की नाली, पुलिया का निर्माण कराए जाने के साथ ही अन्य उपयोगी संरचनाओं का निर्माण कराया गया है। [/toggle]