[aph] रायगढ़ : [/aph] जिले में संचालित बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत बालिकाओं के जन्म एवं उनकी शिक्षा-दीक्षा के प्रति लोगों के दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए जगह-जगह जन-जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इसी सिलसिले में बीते 27 जुलाई को एकीकृत बाल विकास परियोजना बरमकेला विकास खण्ड के ग्राम पंचायत बड़े नवापारा के आंगनबाड़ी केन्द्र में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बालिका जन्मोत्सव का धूमधाम से आयोजन किया गया। जनपद अध्यक्ष बरमकेला श्रीमती सविता गढ़तिया के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम में सर्वश्री गजानंद गढ़तिया, सरपंच श्रीमती थलकुंवर पटेल, उप सरपंच विशिकेशन पटेल, पार्षद सर्वश्री लोकनाथ डनसेना, सरस्वती निषाद, रिया साव, ईश्वरी विश्वकर्मा, सावित्री झरिया, हेमलाल पटेल, शिक्षिका अनुसूईया प्रधान, ललित गढ़तिया, पत्रकार अक्षय कुमार साहू, शाला विकास समिति के श्री घासीराम निषाद, महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाईजर कु.पूर्णिमा यादव बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।
बालिका जन्मोत्सव कार्यक्रम को जनपद अध्यक्ष सहित अन्य गणमान्य लोगों ने संबोधित किया और नवजात बालिकाओं को शुभाशीष प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। जनपद अध्यक्ष श्रीमती गढ़तिया ने कहा कि बेटी ईश्वर का अनुपम उपहार है। बेटी है तो सृष्टि है, इस बात को हमें नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि बेटियों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार न किया जाए। बेटियां किसी मामले में बेटो से कम नहीं है। उनके लालन-पालन और शिक्षा-दीक्षा का विशेष ख्याल माता-पिता को रखना चाहिए। बेटियां आज अपनी प्रतिभा की बदौलत समाज में सम्मान जनक स्थान प्राप्त करने लगी है। हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि बेटियों को हमेशा प्रोत्साहित करें। महिला बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक कु.पूर्णिमा यादव ने इस मौके पर बेटी बचाओ-बेटी पढाओ कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि बेटियो की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। इसकी वजह से समाज संरचना को बिगडऩे का खतरा मंडराने लगा है। समाज के लोगों में बेटों की चाह में बेटियों की भु्रण हत्या हो रही है। सामाजिक संरचना एवं सृजन को बनाए रखने के लिए बेटिया जरूरी है। जब बेटी ही नहीं होगी तो बेटों के लिए बहु कहां से लायेंगे। उन्होंने लोगों से बेटी और बेटो के बीच के अंतर को खत्म करने की अपील की। कु.पूर्णिमा यादव ने बालिका भु्रण हत्या को रोकने, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने, नोनी सुरक्षा योजना, सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बालिका जन्मोत्सव में चार बालिकाओं का जन्मोत्सव मनाया गया। इन बालिकाओं का जन्म बीते दो माह में हुआ है। सभी ने चारों बालिकाओं को तिलक लगाकर उनका अभिनंदन किया और उनके सिर पर हाथ फेरकर अपना स्नेहिल आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका, महिला स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं उपस्थित थी।