[aps]काम पर वापस लेने की मांग पर अड़े सफाई कामगार. सिक्यूरटी के लिए नियुक्त कामगारों को बना दिया गया सफाई कर्मी [/aps] सरायपाली : नगरपालिका के सफाई व्यवस्था का दारोमदार वर्षों से सम्हालने वाले सफाई कामगारों के पांव तले उस वक्त जमीन सरक गई जब १ जून को सुबह उन्हे कहा गया कि उन्हे काम से हटा दिया गया है अतः अब वे नपा का काम न करें .
[su_pullquote]सफाई कामगारो को एकाएक काम से हटा दिए जाने से नपा के तमाम सफाई कर्मी एकजुट हो गए है तथा काम बंद कर हटाए गए सफाई कामगारो को पुऩः रखने की मांग कर रहे है.[/su_pullquote]
गौरतलब है कि सरायपाली नगरपालिका मे सफाई कामगारों की नियुक्ति प्लेसमेंट एजेन्सी के माध्यम से होना बताकर विगत सालभर मे ही लाखों का भुगतान एजेन्सी को कर दिया जाना दस्तावेजोंमे बताया गया है किंतु चौंकाने वाली बात का खुलासा तब हुआ जब प्सेसमेंट ऐजेन्सी से दूरभाष पर चर्चा की गई तो उसने बताया की सफाई कामगारों की नियुक्ति नही की गई थी बल्की सिक्युरटी कर्मी ही दिए गए थे.
उल्लेखनीय है की सफाई कर्मियो को अब तक नपा कर्मचारी बताया जाता रहा जिससे वे भी निश्चिंत होकर काम करते रहे लेकिन अब जब मामले का खुलासा हुआ तू उन्हे पता चला है कि वे नपा कर्मचारी नही थे . बताया गया है कि हटाए जा रहे कई सफाई कर्मचारी १० से १५ वर्षो से अपनी सेवाऐं दे रहे है. यह भी बताया गया है कि तमाम महिला सफाई कामगारों को निकाल दिया जा रहा है .
[aph] सिक्यूरटी के लिए नियुक्त कामगारों को बना दिया गया सफाई कर्मी [/aph] बहरहाल नपा की सफाई व्यवस्था बुरी तरह से चौपट होने की आशंका नजर आ रही है वही नपा के कार्य भी प्रभावित होने की संभावना है. यहां अब सवाल यह उठता है कि सिक्यूरटी के लिए नियुक्त कर्मियो को सफाई मे क्यों लगाया गया ? वहीं इन कर्मियों को अब तक नपा कर्मी होने का झांसा क्यों दिया जाता रहा .?
मजेदार बात यह है कि हटाए जा रहे आधे कर्मियो को मानदेय बैंक भुगतान के माध्यम से प्रदाय किया जाता रहा जबकि आधे को नकद भुगतान किया जाता था .जो की जांच का विषय है. बहरहाल आगामी दिनों जहां सफाई व्यवस्था चौपट होने वाली है वहीं इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा यह भी सवाल खड़ा हो गया है .
सफाई कामगारो ने बताया कि उन्हें जू तक काम पर नही लिया जाता तब तक वे काम पर नही लौटेंगे. उन्हे दो माह से वेतन न मिलने की बात भी उन्होने बताई है. इस संदर्भ मे सीएमओ श्री चौहान से जब दूरभाष पर चर्चा की गई तो उन्होने गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए बताया कि स्वीपरों का कोई मामला नही आया है. वे प्लेसमेंट करेमचारी थे. कर्मचारियों की आवश्यकता नही होगी इसलिए हटाया जा रहा है. नगरपालिका से किसी को नही हटाया जा रहा है.
इस प्रकरण को लेकर जब नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती पटेल से सम्पर्क का प्रयास किया गया पर वे कार्यालय में उपस्थित नही थी लिहाजा उनसे सम्पर्क नही हो पाया और उनका पक्ष नही मिल पाया.
[author title=”News courtesy” image=”https://mycitymychoice.com/wp-content/uploads/2015/05/Kishore-Chandrakar.jpg”] किशोर चंद्र कर – सरायपाली (महासमुंद) ब्यूरो[/author]