रायगढ़ पुलिस मारपीट मामले में पूर्व कांग्रेसी विधायक ह्दयराम राठिया को गिरफ्तारी को लेकर अब तक प्लानिंग ही बना रही है। जबकि पूर्व विधायक ने लैलंूगा टीआई व प्रशिक्ष़ एसआई को अपने समर्थकों के साथ पिटाई का मामला करीब एक सप्ताह होने को है। कछुए की गति से चल रही पुलिस की जांच को लेकर इलाके में चर्चा का माहौल गर्म है। लोग यहां तक कह रहे हैं कि आरोपी रसूखदार है तो गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का फंूक- फंूक कर कदम रखना, स्वभाविक है। पुलिस के आला अधिकारियों के उदासीन रवैये से उनके अधिनस्थ अधिकारी व कर्मचारी का मनोबल टूटता है।
३१ मई की शाम ग्राम कर्रा के ग्रामीणों ने सड़क हादसे के बाद लैलंूगा टीआई भोला शंकर सिंह व प्रशिक्षु पंकज प्रधान की जमकर पिटाई कर दी। नाराज ग्रामीण शव उठने में देरी की बात पर भड़के हुए थे। टीआई व प्रशिक्षु एसआई पर हमले के बाद औपचारिकता के तहत लैलंूगा थाने में अपराध दर्ज कर लिया गया। पर आरोपी बने पूर्व विधायक ह्दयराम राठिया, गुरुजी कुष्णा, उनके भाई व अन्य ६-७ कर रसूख ऐसा कि अब तक इस मामले में पुलिस ने एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। जो इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। ग्रामीणों की माने तो जब पुलिस अपने अधिनस्थ टीआई व एसआई की पिटाई पर कार्रवाई, गिरफ्तारी को लेकर इतनी सुस्त है तो अन्य व्यक्ति के मामले में क्या करेगी।
हालरंकि दबी जुंबा से यह सवाल थाने में मौजूद अधिकारी व जवान भी कह रहे हैं। पर आला अधिकारियों घटना के करीब एक सप्ताह तक गिरफ्तारी को लेकर रणनीति ही बना रहे हैं। जिससे ओरापी बेखौफ होकर अपने इलाके में घूम रहे हैं। सूत्रों की माने तो शासकीय कार्य में बाधा डालने व टीआई को पीटने वाले लैलंूगा के पूर्व कांग्रेसी विधायक ह्दयराम राठिया भी अपने क्षेत्र में ही मौजूद हैं। पर पुलिस उनकों गिरफ्तार करने में कई तरह की बहानाबाजी का सहारा ले रही है।
पुलिस पर राजनीतिक दबाव
विभागीय सूत्रों की माने तो पुलिस पर इस मामले पर राजनीतिक दबाव भी है। मामला पूर्व विधायक व उनके सहयोगियों से जुड़ा हुआ है। जिसकी वजह से पुलिस भी गिरफ्तारी को लेकर फंूक- फंूक कर कदम रख रही है।
४ टीम का गठन
लैलंूगा टीआई व प्रशिक्षु टीआई संग मारपीट मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए ४ टीम का गठन किया है। पर अब तक किसी भी टीम के हत्थे कोई आरोपी नहीं चढ़ा है। धरमजयगढ़ एसडीओपी रमा पटेल ने इस बात की पुष्टि की।