खरसिया – विघ्नहर्ता गणेश एवं देवशिल्पी विश्वकर्मा की आज शहर में विधिवत स्थापना की जाएगी। शहर के अनेक सार्वजनिक संगठनों द्वारा पर्व की तैयारियां जोरों से की जा रही है। अनेक चौक-चौराहों में भव्य पंडाल सजाए गए हैं। वहीं देवशिल्पी विश्वकर्मा की जयंती को मनाने के लिए उद्याोगों में भी तैयारियां पूर्ण की जा चुकी है।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी गणपति बप्पा मोरिया के नारों से चौक-चौराहे व गलियां गूंजेगी। भगवान गणेश व देवशिल्पी विश्वकर्मा की तिथि इस वर्ष एक साथ पड़ी है। जिस कारण शहर में दोनों भगवान को विराजमान करने के लिए तैयारियां कई दिनों पूर्व से जोरों से चल रही थी। इसका इंतजार आज खत्म हो चुका है। आज शहर में जगह-जगह भगवान गणेश अपने मूसक वाहन व रिद्घी-सिद्घी के साथ में विराजेंगें। शहर के सभी जगहों में इन त्यौहारों को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। दोनों त्यौहारों के एक साथ पड़ने से शहर की रौनक और भी बढ़ जाता है। शहर के सभी जगहों पर गणेश की मूर्तियों के साथ भगवान विश्वकर्मा के पूजन सामग्री की दुकानें सड़कों पर लगी दिखी। इस बीच सभी शहर वासी भगवान गणेश व विश्वकर्मा के पंडालों को सजाते हुए दिखे। शहरवासी जहां अपने गणपति के पंडालों कों सजाने में लगे थे। वहीं कल-कारखानों व उद्योगों में भी भगवान विश्वकर्मा की तैयारियां जोरों पर दिखी। शहर के सड़कों पर भी भगवान श्रीगणेश व विश्वकर्मा की पूजन सामग्री के लिए लोगों की भीड़ सड़कों पर देखने को मिली। शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी इन दोनों त्यौहारों को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।