[aph] खरसिया – [/aph] क्षमता के अनुरूप कस्टम मिलिंग के धान का उठाव नही करने वाले तथा सरकारी नियमों की अनदेखी करने वाले राईस मिलरों के खिलाफ जिलाधीश के निर्देश पर खाद्य विभाग ने आंखे तरेरते हुए कड़ी कार्रवाई का क्रम शुरू कर दिया है। कल सारंगढ़ के दो राईस मिलों में छापा व खाद्न्न की जब्ती के बाद आज खाद्य विभाग की टीम ने खरसिया के जय भारत राईस मिल सहित उसकी तीन फर्माे में छापा मार कर 1820 क्विंटल धान 952 क्विंटल अरवा चावल, 681 क्विंटल उसना चावल तथा 730 क्विंटल कनकी जब्त कर लिया है।
[aph] प्राप्त जानकारी के अनुसार [/aph] राज्य सरकार के दिशा निर्देश पर अपनी क्षमता के अनुरूप कस्टम मिलिंग के लिये धान का उठाव नही करने वाले राईस मिलरों को पूर्व में जिलाधीश के निर्देश पर कई बार हिदायत देने के बाद नोटिस जारी किया जा चुका है। इसके बावजूद कई राइस मिलरों द्वारा धान का उठाव करने में रूचि नही दिखाने पर कलेक्टर अलरमेल मंगई डी ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये थे। इसी दिशा निर्देश के पालन में जिला खाद्य अधिकारी के.के.घोरे के नेतृत्व में खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने कल बुधवार की शाम सारंगढ़ क्षेत्र के मां समलेश्वरी राईस मिल में दबिश दी। कस्टम मिलिंग के धान का उठाव नही करने वाले इस राइस मिल में स्टाक रजिस्टर तथा मूल्य सूची मौके पर मौजूद नही पाया गया तथा अन्य कई नियमों की भी अनदेखी पाये जाने पर खाद्य विभाग ने लेवी कंट्रोल आर्डर 2005 व आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3, 7 के तहत कार्रवाई करते हुए यहां से 832 क्विंटल धान 466 क्विंटल चावल तथा 213 क्विंटल कनकी जब्त किया है।
[aph] हनुमान राईस प्रोडक्ट में दबिश [/aph]इसी तरह से इसी क्षेत्र में संचालित हनुमान राईस प्रोडक्ट में दबिश देकर यहां से 15 सौ 51.20 क्विंटल धान 750 क्विंटल चावल व 194 क्विंटल कनकी जब्त किया था। इसी क्रम में आज भी खाद्य विभाग की कार्रवाई जारी रही और श्री घोरे के नेतृत्व में खाद्य निरीक्षकों ने खरसिया स्थित जय भारत राईस मिल सहित उसकी तीन फर्मो में छापामार कार्रवाई करते हुए 1820 क्विंटल धान 952 क्विंटल अरवा चावल, 681 क्विंटल उसना चावल तथा 730 क्विंटल कनकी जब्त कर लिया है। इन फर्मो की जांच के दौरान भी स्टाक रजिस्टर का ना होना मूल्य सूचि प्रदर्शित नही होना सहित अनेको खामियां पाई गई। खाद्य अधिकारी ने कस्टम मिलिंग का धान उठाव नही करने वाले राईस मिलरों के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रखने के संकेत दिये है।