रायगढ़ । छत्तीसगढ़ प्राचीन काल में दक्षिण कौशल के नाम से जाना जाता था। छठी और बारहवीं शताब्दियों के बीच सरभपूरिया, पांडुवंशी, सोमवंशी, कलचुरी और नागवंशी शासकों ने इस क्षेत्र पर शासन किया है। छ.ग. का इतिहास गौरवशाली एवं यहां की सांस्कृतिक विरासत प्राचीनतम है। रामायण एवं भारतकाल में भी यहां की कई घटनाएं वर्णित है। इससे हमें गर्व होना चाहिए।
उक्त बातें आज भारतीय जनता पार्टी नगर मण्डल रायगढ़ के दो दिवसीय आवासीय पं. दीनदयाल उपाध्याय प्रशिक्षण महाभियान के उद्घाटन सत्र पर उपस्थित भाजपा पदाधिकारियों एव कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष गिरधर गुप्ता ने कहीं। इस दो दीवसीय प्रशिक्षण महाभियाान में रायगढ़ के लोकप्रिय विधायक रोशनलाल, प्रदेश उपाध्यक्ष मजदूर संघ छ.ग. के विवेेक रंजन सिंहा, सहसंयोजक व्यापार प्रकोष्ठ विजय अग्रवाल (किरोड़ीमल नगर) नगर मण्डल अध्यक्ष गुरूविन्दर सिह घई, नगर महामंत्री रमेश छपरिया, सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे। मंच संचालन विकास केडि़या द्वारा किया गया।
भारतीय जनता पार्टी नगर मण्डल रायगढ़ का दो दिवसीय पं. दीनदयाल उपाध्याय प्रशिक्षण महाअभियाान का शुभारम्भ 08 सितम्बर को दोपहर दो बजे से 09 सितम्बर दोपहर दो बजे तक स्थान अग्रोहा भवन रायगढ़ में हुआ। प्रथम दिन के प्रथम सत्र के पूर्व में भारतीय जनता पार्टी के बारे में प्रस्तावना भाषण विकास केडि़या द्वारा संबोधित किया गया। प्रथम सत्र के विषय छत्तीसगढ़ का इतिहास एवं सांस्कृतिक विरासत पर मुख्य वक्ता के रूप में गिरधर गुप्ता एवं हमारा सैद्धांतिक अधिष्ठान विषय पर वक्ता विजय अग्रवाल किरोड़ीमल नगर द्वारा एवं द्वितीय सत्र में केन्द्र एवं राज्य सरकार की उपलब्धियां विषय पर वक्ता विवेक रंजन सिन्हा के उद्बोधन के साथ सम्पन्न हुआ। वहीं कार्यक्रम के दूसरे दिन तृतीय सत्र में भाजपा का इतिहास एवं विकास विषय पर वक्ता गुरविन्दर सिंह घई द्वारा एवं हमारा विचार परिवार विषय पर सतीश शर्मा द्वारा संबोधित करते हुए कहा गया कि आज केन्द्र एवं राज्य में भाजपा की सरकार है। देश में अनेक पार्टियां है। किन्तु भाजपा इन पार्टियों से भिन्न है। भाजपा ही एक ऐसा राजनीतिक दल है जहां लोकतंत्र है। यहां मंडल, जिला, प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर पदाधिकारियों के चुनाव होते है। छोटे से छोटे कार्यकर्ता इन चुनावों में हिस्सा ले सकता है। यहां गठ व्यवस्था से संगठन चलता है। सबका एकमेव ध्येय है राष्ट्र को परमवैभव तक लेकर जाना। भारत को हम फिर से विश्वगुरू बनाएं। हम सभी यहां से संकल्प लेकर जाए कि अपने समाज मुहल्लें हम जहां भी रहते है वहां के निवासियों, पिछडे़, अभावग्रस्त, शोषित पीडि़त बन्धुजनों को शासन की योजनाओं से लाभन्वित करें। समाज के अंतिम पंक्ति में खडे़ व्यक्ति तक हमें पहुंचकर सेवा करना है।