कन्या भ्रूण हत्या महापाप है- मुख्यमंत्री डॉ. सिंह
बेटियों की जीवन रक्षा के लिए माताओं और बहनों से दुर्गा बनने का आव्हान
रायगढ़, 18 सितम्बर 2015/ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज रायगढ़ के नटवर स्कूल प्रांगण में आयोजित बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम एवं महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कन्या भ्रूण हत्या महापाप है। गर्भ में पल रही बेटी की हत्या के लिए गर्भ को गिराना अपराध की श्रेणी का महापाप है। यह व्यक्ति की हत्या के समान है। समाज में बेटियों की दिनो-दिन घटती संख्या को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी संवेदना के साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किया है। रायगढ़ जिले में बेटी और बेटो के जन्म में अंतर इस बात का सबूत है कि कहीं न कहीं बेटियों को पैदा होने से रोका जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के वनांचल के जिले बस्तर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा आदि में लिंगानुपात की स्थिति यहां से बेहतर है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने बिलासपुर संभाग विशेषकर रायगढ़ जिले में बेटियों की जिंदगी और उनके जीने के हक को सुरक्षित करने के लिए संभागायुक्त श्री सोनमणि बोरा की विशेष पहल पर शुरू किए गए नोनी लाडली कार्यक्रम तथा समाज में जागृति लाने के लिए किए जा रहे प्रयास के लिए कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी और जिला प्रशासन को बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने इस मौके पर लिंग परीक्षण की रोकथाम एवं निगरानी के लिए तैयार की गई वेबसाईट लाडलीनोनीडाटओआरजी को लॉच किया और सोनोग्राफी मशीनों में लिंग परीक्षण को पकडऩे के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया एक्टिव टे्रकर डिवाईस मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपा।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय इस्पात एवं खनन राज्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने की। कार्यक्रम में सहकारिता, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री दयालदास बघेल, संसदीय सचिव श्रीमती सुनीति सत्यानंद राठिया, विधायक श्री रोशन लाल अग्रवाल, श्रीमती केराबाई मनहर, श्री लालजीत राठिया, महापौर मधुबाई, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अजेश पुरूषोत्तम अग्रवाल, उपाध्यक्ष श्री नरेश पटेल, सभापति श्री सलीम नियारिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि मंचस्थ थे।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने आगे कहा कि अब दौर बदल गया है। बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। बेटियां परिवार और समाज के काम आती है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि माध्यमिक बोर्ड की परीक्षाओं सहित मेडिकल व इंजीनियरिंग के प्रवेश परीक्षा की मेरिट लिस्ट में बेटियों की संख्या बेटो से ज्यादा आती है। बेटियां डॉक्टर, इंजीनियर और पायलेट बन रही है। ऐसे काम जो अब तक सिर्फ पुरूष वर्ग करता रहा है उसमें भी बेटियों ने बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभाने लगी है। बेटियां उपग्रह पर जा रही है। फाईटर प्लेन भी चलाने लगी है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने इस मौके पर प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों की शिक्षा-दीक्षा के लिए प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही सहूलियत का विस्तार से उल्लेख करते हुए कहा कि अब पालकों को अपने बेटियों की चिंता करने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने इस मौके पर प्रदेश में संचालित कुपोषण मुक्ति अभियान का भी उल्लेख किया और कहा कि कुपोषण की समस्या नक्सल की समस्या से ज्यादा गंभीर है, ऐसा उनका मानना है। कुपोषण को दूर करने के लिए आंगनबाडिय़ों में पूरक पोषण आहार एवं गर्म भोजन, फूलवारी केन्द्र का भी जिक्र मुख्यमंत्री ने किया। उन्होंने कहा कि कुपोषण की वजह से नौनिहालों की मृत्यु का आंकड़ा चिंता जनक है। यह बच्चों के कम वजन और संक्रमण के कारण होता है। उन्होंने कहा कि यह नौनिहाल पीढ़ी के निर्माण से जुड़ा विषय है। यदि इसमें चूक होगी तो इतिहास कभी माफ नहीं करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने इस मौके पर रायगढ़ में शिक्षित बेरोजगारों के कौशल उन्नयन के लिए किए जा रहे प्रयास की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि 10 वीं, 12 वीं और कालेज में अध्ययनरत युवाओं की कैरियर काऊंसिलिंग उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की नि:शुल्क कोचिंग का काम भी रायगढ़ जिले में शुरू किया गया है ताकि युवा सक्षम और योग्य बनने के साथ ही अपने पैरों पर खड़े हो सके। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने इस अवसर पर बड़ी संख्या में मौजूद माता और बहनों से बेटियों की जिंदगी की रक्षा का संकल्प लेने का आव्हान किया और कहा कि हमारी माताएं और बहनें दुर्गा बनकर बेटियों की रक्षा करें। किसी भी स्थिति में गर्भपात न होने दें। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि यह हम सबकी, पूरे समाज की जिम्मेदारी है कि बेटियां पढ़े और आगे बढ़े।
केन्द्रीय मंत्री श्री विष्णुदेव साय ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बेटियां पूजनीय है। उन्होंने कहा कि कुछ मां-बाप और लालची चिकित्सक कन्या भू्रण हत्या का जघन्य अपराध करते है। यह देश के लिए कलंक है। उन्होंने भी लोगों से बेटियों को बचाने का संकल्प लेने का आव्हान किया। श्री साय ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य तभी सफल होगा जब हम इस बात का प्रण करें कि कन्या भू्रण हत्या नहीं होने देंगे। कार्यक्रम को विधायक श्री रोशन लाल अग्रवाल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि रायगढ़ जिले के 23 सोनोग्राफी सेंटरों में एक्टिव टे्रकर डिवाईस लगाया गया है। लाडली नोनी कार्यक्रम शुरू किया गया है। इससे लिंगानुपात को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान जन-जागृति लाने के उद्देश्य से रेल्वे स्टेशन के समीप रानी बसंत माला स्मृति बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ चौक का निर्माण किया गया है जिसका शुभारंभ आज मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने किया है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ महिला कोष एवं सक्षम योजनान्तर्गत 42 हितग्राहियों को 12.90 लाख की ऋण एवं अनुदान राशि का चेक प्रदान किया। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजनान्तर्गत 131 हितग्राहियों को सायकल क्रय करने के लिए चेक प्रदान किया। कार्यक्रम में 4 नि:शक्त दंपत्तियों को प्रोत्साहन राशि, 17 कृषकों को कृषि यंत्र तथा 13 प्रतिभावान विद्यार्थियों को वन विभाग की शिक्षा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत छात्रवृत्ति राशि का चेक प्रदान करते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कौशल विकास योजनान्तर्गत प्रशिक्षित युवतियों को प्रमाण-पत्र तथा शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत 26 समूहों को 10-10 हजार रुपए की अनुदान सहायता राशि का चेक प्रदान किया। कार्यक्रम में प्रारंभ में बिलासपुर संभाग के कमिश्नर श्री सोनमणि बोरा, पुलिस महानिरीक्षक श्री पवन देव, कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश क्षीरसागर सहित अन्य जनप्रतिनिधियां और गणमान्य नागरिकों ने मुख्यमंत्री सहित अन्य अतिथियों का स्वागत किया।