[aps] शव निकालने में देरी को लेकर पुलिस पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा. पूर्व विधायक ह्दयराम सहित 7 लोगों पर जुर्म दर्ज [/aps]
रायगढ़ : सड़क दुर्घटना में ट्रक चालक की मौत के बाद मामले की विवेचना करने पहुंचे लैलूंगा थाना प्रभारी भोला शंकर सिंह तथा उनके हमराह स्टाफ के साथ ग्राम कर्रा के ग्रामीणों द्वारा जमकर मारपीट करने का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार आक्रोशित ग्रामीणों ने लैलूंगा के पूर्व विधायक ह्दयराम राठिया के बहकावे में आकर इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस कर्मियों से मारपीट की इस घटना में लैलूंगा टीआई जहां गंभीर रूप से घायल हुए है वहीं चार पुलिस कर्मियों को भी काफी चोंट लगी है। पुलिस ने इस मामले में पूर्व विधायक ह्दयराम सहित सात ग्रामीणों के खिलाफ हत्या के प्रयास का अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। घटना लैलूंगा के ग्राम सराईमुडा की बताई जाती है।
[aps] इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक लैलंूगा थाना अंतर्गत ग्राम कर्रा के उरांव पारा के पास रविवार की रात तेंदूपत्ता लोड एक ट्रक के पेड से टकरा जाने के कारण ट्रक चालक की मौत हो गई, बताया जाता है कि दुर्घटनाग्रस्त ट्रक में चालक इस तरह फंसा हुआ था कि उसे कई घंटे तक निकाला नही जा सका [/aps] दुर्घटना की सूचना मिलते ही कर्रा गांव के ग्रामीणों द्वारा पुलिस को सड़क दुर्घटना में ट्रक चालक की मौत होने तथा उसका डेट बॉडी वाहन में ही फंसे होनें की जानकारी दी गई थी। बताया जाता है कि इसके बावजूद लैलूंगा थाने से घटना स्थल पर घंटो कोई नही पहुंचा और रात की घटना के बावजूद सोमवार देापहर को पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी जिसके कारण गांव के लोग पहले से ही आक्रोशित थे बताया जाता है कि मौके पर मर्ग पंचनामा की कार्रवाई के दौरान लैलंूगा थाना प्रभारी श्री सिंह द्वारा मौके पर मौजूद एक शिक्षक बाबूलाल खलखो को मृतक का शव उठाकर शव वाहन में रखने के लिये कहा गया। जिस पर शिक्षक ने इस काम को पुलिस का बताकर शव को उठाने से इंकार कर दिया। इसी बात को लेकर पुलिस कर्मियों व संबंधित शिक्षक से विवाद होनें के बाद थाना प्रभारी व पुलिस कर्मियों ने इस शिक्षक की मरते दम तक पिटाई कर दी और उसे करीब ढाई घंटे तक पुलिस जीप में बिठाकर रखा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गांव के ग्रामीणों द्वारा उक्त शिक्षक को छोड़े जाने के लिये कई बार मिन्नते करने के बावजूद पुलिस कर्मी उसे छोडऩे को तैयार नही थे और थाने ले जाकर उसकी और पिटाई करने की बात कह रहे थे। जिसके बाद गांव के ग्रामीणों ने पूर्व विधायक और कांगे्रसी नेता ह्दयराम राठिया से मोबाईल पर बात कर के इस समस्या को सुलझाने की गुहार लगाई। इसकी सूचना गुरूजी ने फोन से हृदयराम राठिया को दी हृदयराम राठिया ने गुरूजी से टी आई से फोन पर बात करवाने को कही तो टी आई ने बात करने को मना कर दिया तब गॉव वालों ने हृदयराम राठिया के पास पहुंचकर सारी बात बताते हुए घटना स्थल पर चलने को कहा एक जनप्रतिनिधी होने के कारण वे गॉव वालो के साथ घटना स्थल पहुंचे वहॉ गुरूजी ने श्री राठिया को टी आई व अन्य पुलिस कर्मियो द्वारा उनके साथ लाठी डंटे से मारपीट करने की बात बताई जिस पर हृदयराम राठिया ने टी आई से पुछा आपने गुरूजी के साथ मारपीट क्यों की लाश कों उठवाना आप लोगो की जिम्मेदारी है गॉव वालो की नही, इतना कहकर हृदयराम राठिया के बताए अनुसार वे गुरूजी व गॉव वालों कों अपने साथ लेकर चले गए थे। हृदयराम ने हमारे संवाददाता को बताया उनके व गुरूजी के द्वारा न तो टी आई से किसी प्रकार की मारपीट की गई और न ही गाली गलौज की गई। मुझे तो इस बात की भी जानकारी नही है टी आई के साथ किन लोगो ने कहॉ पर मारपीट की है हम लोग वहॉ पर उपस्थित ही नही थे जहॉ टी आई के साथ मारपीट की गई। दूसरी ओर पुलिस ने लैलूंगा के थाना प्रभारी भोला शंकर सिंह व उनके साथ गए एएसआई पंकज प्रधान सहित 4 पुलिस कर्मियों के साथ की गई मारपीट के मामले में पूर्व विधायक ह्दयराम राठिया सहित 7 लोगों के खिलाफ धारा 307, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है और मारपीट में शामिल ग्रामीणों की पतासाजी में जुट गई है। वहीं इस संबंध में एडीशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि टीआई पर हमला करने वाले ज्यादातर लोग कुर्रा से आए थे। हाथ और सिर पर चोट लगने के बाद टीआई को लैलूंगा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही एएसपी ठाकुर भी तत्काल लैलूंगा पहुंचे। उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक समेत हमलावर ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।