खाद्यान्न का दुरूपयोग न करने की अपील
रायगढ़।आज विश्व खाद्य दिवस के मौके पर कलेक्टोरेट सभाकक्ष में खाद्य विभाग की सौजन्य से संगोष्ठी / परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिला खाद्य अधिकारी श्री के.के.घोरे की अध्यक्षता में आयोजित संगोष्ठी में विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित प्रबुद्धजनों, व्यवसायियों एवं गणमान्य लोगों ने भाग लिया। संगोष्ठी में जन सामान्य से खाद्यान्न का सदुपयोग करने की अपील की गई।
संगोष्ठी में खाद्य अधिकारी ने भूकंप एवं प्राकृतिक आपदा की स्थिति में खाद्यान्न सामग्री के मूल्यों में स्थिरता रखने हेतु राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को शासन द्वारा रियायती दर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। खाद्य अधिकारी ने विश्व खाद्य दिवस के मौके पर यह जानकारी दी कि शासन-प्रशासन द्वारा प्याज की बढ़ी हुई कीमतों को कम करने का लगातार प्रयास जारी है। अगले सप्ताह से रायगढ़ शहर में लोगों को फुटकर में 30 रुपए किलो की दर से प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने की कोशिश की जा रही है। दाल की बढ़ी हुई कीमतों को कम करने के लिए शासन द्वारा किए जा रहे प्रयास की भी उन्होंने विस्तार से जानकारी दी। खाद्य अधिकारी ने कहा कि खाद्यान्न सामग्री का अपव्यय रोकना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि चावल, गेहू एवं अन्य खाद्यान्न सामग्री के उत्पादन में किसानों एवं उत्पादकों को कठिन परिश्रम करना पड़ता है एवं सिंचाई के लिए जल जैसे महत्वपूर्ण संसाधन का उपयोग होता है। ऐसी स्थिति में खाद्यान्न के एक-एक दाने का महत्व है। उन्होंने लोगों से अपील की कि भोजन किसी भी स्थिति में बर्बाद न करें। अन्न की बर्बादी से मांग बढ़ती है, यही वजह है कि खाद्यान्न की कीमतें लगातार बढ़ रही है। खाद्यान्न का दुरूपयोग बढ़ती हुई मांग और कीमत का परस्पर संबंध है। खाद्यान्न सामग्री की बर्बादी रोकना खाद्यान्न पैदा करने जैसा है। संगोष्ठी में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के बारे में भी जानकारी दी गई और दुकानों से सामान क्रय करते समय पक्का बिल लेने की भी अपील लोगों से की गई ताकि खरीदे गए सामान / सेवा की प्राप्ति के लिए अदा की गई राशि में कोई दोष हो तो उपभोक्ता फोरम के माध्यम से इसकी विधिवत क्षतिपूर्ति प्राप्त की जा सके।