[aps] खरसिया विकासखंड में संचालित सरस्वती शिशु मंदिर की छात्रा दिव्या चंद्रा जापान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर लौट आई है। दिव्या ने याहं इंस्पायर विज्ञान प्रदर्शनी में जलमित्र यान का मॉडल बनाकर अपनी हुनर का प्रदर्शन किया [/aps]
खरसिया : विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति आकर्षित करने के लिए इंस्पायर आवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है। दो वर्ष पूर्व दिव्या ने जलमित्र यान का प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। दिव्या के मॉडल का चयन केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय द्वारा किया गया और जापान भेजा गया। जापान दौरे के लिए देश भर से 29 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया था। जिसमें रायगढ़ के खरसिया ब्लॉक से दिव्या चंद्रा और कोरबा जिले का एक छात्र शामिल है। दोनों प्रतिभावाल विद्यार्थी जापान में आयोजित प्रदर्शनी में शामिल होकर स्वदेश लौट गए हैं। दिव्या ने बताया कि 16 मई को दिल्ली पहुंची जहां से एक कलेक्टर और एक वैज्ञानिक के साथ टोकियों के लिए रवाना हुई। 17 से 21 मई तक जापान के विभिन्न वैज्ञानिक, लैब व संस्थानों से परिचित हुए।
[aph] भारत-जापान की मैत्री मजबूत करना [/aph]
दिव्या ने बताया कि भारत सरकार के प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान मंत्रालय द्वारा ऐसे आयोजन का उद्देश्य प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के साथ ही भारत और जापान के बीच मैत्री संबंध को मजबूत करना है।
[aph] वैज्ञानिकों से मिली [/aph]
दिव्या ने बताया कि उसे रित्सुमेकन यूनिवर्सिटी विवाको, क्योटार टोकियो विश्वविद्यालय, जापान के आंतरिक्ष अनुसंधान केन्द्र, नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ एडवांस इंडस्ट्रियल साईंस एवं टेक्नॉलाजी, नेशनल म्यूजियम आफ इमरजिंन, टोकियो के साईंस एवं इनोवेशन के छात्रों से मिलने का मौका मिला। इस दौरान जापान के नोबोल पुरुस्कार विजेता वैज्ञानिक हिडिका, वैज्ञानिक जिन आखियामा से मिलने का मौका मिला। वहां के कैमेस्ट्री लैब और पीएचडी करने वाले छात्रों से मुलाकात किया गया।
[toggle title=”वैज्ञानिक बनने की चाह” state=”open”]गरीब परिवार की इस बेटी दिव्या चंद्रा की चाह बड़ी होकर वैज्ञानिक बनने की है। दिव्या बचपन से मेघावी छात्रा है। दो भाई बहनों में दिव्या बड़ी है और एक छोटा भाई है। दिव्या की इस सफलता से परिवार और खरसिया क्षेत्र व सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल प्रबंधन में हर्ष का माहौल है।[/toggle]