छात्र-छात्राओं के लिए कैम्पस में वाई-फाई सुविधा का शुभारंभ और प्रशासनिक भवन का लोकार्पण
डॉ. रमन सिंह ने विद्यार्थियों से किया स्वच्छ भारत अभियान में सक्रिय भागीदारी का आव्हान
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज जिला मुख्यालय राजनांदगांव के शासकीय स्वशासी दिग्विजय कॉलेज में आयोजित दीक्षांत समारोह में सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मरम्मत से संबंधित पाठ्यक्रमों के तेरह विद्यार्थियों को डिप्लोमा प्रदान कर बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए जिले के सर्वाधिक पुराने इस कॉलेज के विकास और विस्तार कार्यों के लिए राज्य सरकार की ओर से पांच एकड़ जमीन देने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि कॉलेज के महिला छात्रावास के भवन निर्माण के लिए भी 25 हजार वर्गफीट जमीन दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कॉलेज परिसर में इंटरनेट के सुचारू संचालन के लिए वाई-फाई सुविधा और नवीनीकृत वेबसाइट का भी शुभारंभ किया। वाई-फाई सुविधा के लिए लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह द्वारा सांसद निधि से आठ लाख रूपए मंजूर किए गए थे। मुख्यमंत्री ने कॉलेज के कुछ अतिरिक्त कमरों के निर्माण कार्य का भूमिपूजन और प्रशासनिक भवन का लोकार्पण भी किया।
मुख्य अतिथि की आसंदी से समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं से स्वच्छ भारत अभियान में सक्रिय भागीदारी का आव्हान किया। उन्होंने इस अभियान में विद्यार्थियों द्वारा ली जा रही दिलचस्पी की भी प्रशंसा की। डॉ. सिंह ने उनसे शहर के वार्डों को साफ-सुथरा बनाने के लिए सहयोग की अपील करते हुए कहा कि वे अपनी पढ़ाई के बाद कुछ समय निकालकर वार्डों में जाएं और वहां साफ-सफाई की स्थिति का सर्वेक्षण करके अधिक से अधिक संख्या में लोगों को स्वच्छता अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित करें। वार्डों में अगर डस्टबिन आदि की जरूरत हो तो सर्वेक्षण रिपोर्ट में उसका भी उल्लेख करें, ताकि उसके लिए नगर निगम के सहयोग से आवश्यक व्यवस्था की जा सके।
डॉ. रमन सिंह ने दिग्विजय महाविद्यालय के गौरवशाली इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि यह कॉलेज न सिर्फ राजनांदगांव शहर बल्कि पूरे जिले और सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक पुराने और प्रतिष्ठित कॉलेजों में से हैं। स्वर्गीय श्री पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी और स्वर्गीय श्री गजानन माधव मुक्तिबोध जैसे महान साहित्यकारों ने इस कॉलेज में अध्यापन कार्य करके कॉलेज का और शहर का गौरव बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कॉलेज ने अपने लगभग 58 वर्षों की विकास यात्रा में हजारों छात्र-छात्राओं के भविष्य निर्माण का कार्य किया है, इनमें से काफी संख्या में विद्यार्थियों ने देश और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है और आज भी यहां से पढ़कर निकलने वाले विद्यार्थी सार्वजनिक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में समाज को अपनी मूल्यवान सेवाएं दे रहे हैं। राजनांदगांव के हर क्षेत्र के विकास में इस कॉलेज का महत्वपूर्ण योगदान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इसलिए भी शहर के इस ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित कॉलेज पर गर्व होता है कि यह मेरे विधानसभा क्षेत्र में हैं। उन्होंने कॉलेज के विद्यार्थियों और शिक्षकों को नये वर्ष 2015 की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। डॉ. सिंह ने सिकलसेल एनीमिया पर शोध कार्य के लिए कॉलेज के एक छात्र का चयन होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और उन्हें बधाई दी। लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह, नगर निगम के महापौर श्री मधुसूदन यादव, कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर.एन. सिंह और अन्य अनेक वक्ताओं ने समारोह को सम्बोधित किया। इस अवसर पर विधायक और कॉलेज की जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष श्रीमती सरोजनी बंजारे, कलेक्टर श्री अशोक अग्रवाल, राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री लीलाराम भोजवानी, पाठ्य पुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री अशोक शर्मा और बीस सूत्रीय कार्यक्रम समिति के पूर्व उपाध्यक्ष श्री खूबचंद पारख सहित शहर के अनेक जनप्रतिनिधि, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक, शिक्षक तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।