[aps] खाद्य विभाग की टीम ने जब अंकित राईस मिल में छापामार कार्यवाही की तो वहां चौकाने वाला नजारा सामने था। जहां धान और चावल का स्टाक रखा हुआ था। वहीं समीप में माचिस का जखीरा भी रखा गया था. यह देखकर खाद्य विभाग की टीम दंग रह गयी। जब उन्होंने राईस मिल संचालक से विस्फोटक पदार्थ रखे जाने का कारण पूछा तो संचालक अवाक खड़ा रहा। [/aps] रायगढ़ : सोमवार की रात में कोड़ातराई मार्ग पर स्थित अंकित ट्रेडर्स में खाद्य विभाग की टीम ने दबिस दी थी। खाद्य विभाग के अधिकारी अंकित ट्रेडर्स प्रबंधन से सरकारी धान के उठाव और मिलिंग के बारे में पूछताछ कर रहे थे। उनके स्टाक का वेरिफिकेशन कर जप्ती की कार्यवाही की जा रही थी। इस दौरान उनकी नजर पास ही रखे होम लाईट कंपनी की माचिस पर पड़ी। माचिस के बड़े-बड़े लगभग ३०० कार्टून धान के समीप ही रखे हुए थे। माचिस के कुछ कार्टून बोरों में भी रखे हुए थे। ऐसे में खाद्य विभाग की टीम ने विस्फोटक पदार्थ के रूप में इसकी भी जप्ती बनाई।
[toggle title=”बड़ी लापरवाही अब पकड़ी गयी” state=”open”] जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है अंकित ट्रेडिंग। लेकिन यहां मूलरूप से धान की मिलिंग का कार्य किया जाता है। खाद्य विभाग इसके पहले भी निरीक्षण के लिए आया होगा। लेकिन अधिकारियों की नजर माचिस पर नहीं पड़ी थी। हैरानी की बात यह है कि लाखों रूपये का सरकारी धान असुरक्षित तरीके से रखा हुआ है। माचिस की एक तीली पूरे गोदाम को जलाकर खाक कर सकती है। बावजूद इसके अंकित ट्रेडिंग की ओर से इतनी बड़ी लापरवाही न जाने कब से बरती जा रही थी।[/toggle]