रायगढ़ : 21 फरवरी 2015/ केन्द्रीय इस्पात, खनन एवं श्रम नियोजन राज्य मंत्री श्री विष्णुदेव साय की विशेष मौजूदगी में आज रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकास खण्ड के प्रसिद्ध ग्राम गहिरा में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान के अंतर्गत जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गहिरा गांव छत्तीसगढ़ के संत गहिरा गुरू की जन्म स्थली है। जन-जागरूकता का यह कार्यक्रम भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय के बिलासपुर स्थित कार्यालय एवं जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित किया गया था। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक श्रीमती सुनीति सत्यानंद राठिया ने की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद थे। जन-जागरूकता के लिए इस कार्यक्रम के आयोजन के पूर्व में ग्रामीणों के सहयोग से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान के अंतर्गत विशाल रैली भी निकाली गई। [pullquote-right]गहिरा गांव में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित[/pullquote-right]
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि हम सबको अब बेटी और बेटे में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करना चाहिए। बेटियो पर बेटो जैसा ही विश्वास करने और उनके लालन-पालन व शिक्षा-दीक्षा का विशेष ध्यान रखने का आव्हान उन्होंने ग्रामीणों से किया। श्री साय ने आगे कहा कि देश में लिंगानुपात की बढ़ती असमानता चिंता का विषय है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश व समाज को इस चिंता व संकट से उबारने के लिए 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का देश व्यापी आव्हान हरियाणा राज्य के पानीपत से किया था। भारत सरकार द्वारा यह कार्यक्रम फिलहाल देश के 100 चिन्हित जिलों में संचालित किया जा रहा है। रायगढ़ प्रदेश का एकमात्र जिला है, जहां जन-जागरूकता के लिए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लोगों में जागरूकता आएगी और घटते लिंगानुपात को रोकने में मदद मिलेगी। श्री साय ने आगे कहा कि मां के गर्भ में बच्चे के लिंग का पता करना और बेटे की चाह में गर्भपात करवाना पाप ही नहीं अपितु गैर कानूनी है। बेटे की चाहत ही लिंगानुपात की असमानता का मुख्य कारण है। बेटियां बेटों के समान है। सामाजिक संरचना में बेटियां महत्वपूर्ण रोल अदा करती है। बेटियां बेटो से कम नहीं है। उन्हें शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संकल्प दिलाया। विधायक श्रीमती सुनीति राठिया ने भी लोगों से बेटे और बेटियों में किसी भी तरह का भेदभाव न करने तथा दोनों के प्रति समान भाव से लालन-पालन व शिक्षा-दीक्षा की व्यवस्था देने की अपील की। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश क्षीरसागर, महिला बाल विकास विभाग की सीडीपीओ श्रीमती विस्मिता पाटले सहित अन्य अधिकारी, सरपंच दिलसागर सिदार, समाज सेवी केयुर भूषण तिवारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी के.वी.गिरी एवं गुलाब सिंह ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर गीत, नाटक प्रभाग के नवाअंजोर, सांस्कृतिक दल के कलाकारों द्वारा गीत व संगीत के माध्यम से शिक्षापद कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। जिला पंचायत द्वारा स्वच्छ भारत अभियान पर झांकी लगाई गई थी।