[aph] रायगढ़ : [/aph] कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी की विशेष मौजूदगी में आज सृजन सभाकक्ष में रायगढ़ जिले को कुष्ठ मुक्ति जिला बनाने के लिए संचालित होने वाले कुष्ठ मुक्ति महाभियान ‘स्नेह’ के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला स्तरीय सहभागी समूह संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों सहित गैर शासकीय संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता, औद्योगिक संस्थानों के पदाधिकारी शामिल हुए। इस कार्यशाला में कुष्ठ मुक्ति महाभियान स्नेह के उद्देश्य एवं इसके अंतर्गत प्रस्तावित गतिविधियां के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
[su_pullquote]कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब जानते है कि रायगढ़ जिला देश के सर्वाधिक कुष्ठ प्रभावित जिलों में से एक है। जिले को इस अभिशाप से मुक्त करने के लिए कुष्ठ मुक्ति महाभियान स्नेह का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 27 अप्रैल को मिनी स्टेडियम में प्रज्जवलित मशाल सौंपकर की थी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कुष्ठ रोग से मुक्ति हेतु प्रचार-प्रसार एवं अभियान की कार्ययोजना पुस्तिका स्नेह का शुभारंभ करने के साथ ही मोबाईल वेन प्रचार रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया था।[/su_pullquote]
कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी ने कहा कि जिले को कुष्ठ मुक्त करने के लिए संचालित होने वाले अभियान को जन अभियान का रूप देना होगा। कुष्ठ रोग के बारे में लोगों के मन में बैठी भ्रांतियों को दूर कर उनके सोच में बदलाव लाना होगा। जन जागरण के लिए भी शहर से लेकर गांव-गांव तक व्यापक प्रचार-प्रसार जरूरी है ताकि कुष्ठ पीडि़त से लोग बिना किसी झिझक के सामने आए और ईलाज कराने में किसी भी तरह का संकोच न करें। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने कुष्ठ रोग एवं इसके उपचार की जानकारी जन प्रतिनिधियों एवं जन सामान्य को देने तथा उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ब्लाक स्तर पर इस तरह की कार्यशाला के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पार्षदगणों, जिला पंचायत, जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों को भी कार्यशाला में आमंत्रित किया जाना चाहिए। उन्होंने ग्रामीण जनों को कुष्ठ रोग के लक्षण एवं इसके निदान की जानकारी देने के लिए एक विशेष ग्रामसभा का भी आयोजन करने की बात कही।
कार्यशाला में उपस्थित विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों एवं गैर शासकीय संस्थाओं के लोगों ने कई उपयोगी सुझाव दिए।
[aps] कुष्ठ मुक्ति महाभियान स्नेह को जन-जन तक पहुंचाने में ऐसे लोगों को भी जोड़ा जाएगा जो पहले कुष्ठ रोग से पीडि़त थे और उपचार के बाद पूर्णत: इस रोग से मुक्त हो गए है [/aps] कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने कहा कि अभियान की विश्वसनीयता बढ़ेगी। उन्होंने कुष्ठ रोग से पीडि़त लोगों के परीक्षण एवं उपचार के लिए आने-जाने की व्यवस्था भी नि:शुल्क किए जाने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि चिन्हित कुष्ठ रोगियों की प्रोफाईल तैयार कर उनके ईलाज की पूरी रिपोर्ट रखी जाएगी। बैठक में अशासकीय संगठनों के पदाधिकारियों ने इस अभियान से महाविद्यालयों के छात्र संघ के पदाधिकारियों एवं छात्रों तथा महिला स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं का भी सहयोग लिए जाने का सुझाव दिया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एच.एस.उरांव, सिविल सर्जन डॉ. वाय.के.शिन्दे, डीपीएम गिरीश कुर्रे सहित खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं विभिन्न संगठनों से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।