[aps] कलेक्टर ने नगर निगम के अधिकारियों की बैठक ली, साफ-सफाई व निर्माण कार्यों में कोताही बर्दाश्त नहीं होगी [/aps]
रायगढ़ : कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में नगर निगम रायगढ़ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की संयुक्त बैठक लेकर शहर में पेयजल की आपूर्ति, नालियों एवं सार्वजनिक स्थलों की साफ-सफाई तथा निर्माण कार्यों की स्थिति की गहन [su_frame align=”right”][/su_frame]समीक्षा की। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने शहर में साफ-सफाई की लचर व्यवस्था तथा निर्माण कार्यों की गुणवत्ता व समय-सीमा का ध्यान न रखे जाने पर गहरी नाराजगी जताई। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने कहा कि जन सुविधा से जुड़े निर्माण कार्यों को दो-दो, तीन-तीन साल तक लंबित रखना किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। इससे न सिर्फ लोगों को असुविधा होती है बल्कि निर्माण कार्य की लागत राशि बढऩे से शासन पर अनावश्यक व्यय भार पड़ता है। शहर के बैजनाथ मोदी नगर में 80 लाख रुपए की लागत से स्वीकृत नाले का निर्माण कर आज पर्यन्त तक शुरू न होने को लेकर कलेक्टर ने निगम आयुक्त सहित कार्यपालन अभियंता सहित उप अभियंता से जवाब-तलब किया। इस नाले के निर्माण की स्वीकृति वर्ष 2013 में दी गई थी। नाला निर्माण की भूमि पर अतिक्रमण के जवाब पर कलेक्टर ने निगम आयुक्त से पूछा कि अतिक्रमण हटाना किसकी जवाबदारी है? दो साल का समय बीत जाने के बाद भी निगम द्वारा न तो अतिक्रमण हटाया गया और न ही निर्माण कार्य शुरू किया गया। कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट लहजे में कहा कि अगर निगम के अधिकारियों के कामकाज का तरीका ऐसा रहा तो आम जनता को कैसे बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
[aps] कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने शहर में जगह-जगह अतिक्रमण की लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर निगम के प्रभारी प्रतुल्ल श्रीवास्तव के कामकाज के तौर-तरीके पर भी गहरी नाराजगी जताई [/aps] कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने बैठक में निगम के अधिकारियों को अपना आचरण व्यवहार ठीक रखने की नसीहत दी और कहा कि आप सब अपने दायित्व का निर्वहन दायरे में रहकर करें। दायरे से बाहर जाना उचित नहीं होगा। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान इस बात पर भी अप्रसन्नता जाहिर की कि साल दो साल पहले स्वीकृत हुए काम आज तक शुरू नहीं हुए है और निगम प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। संबंधित ठेकेदार को न तो टर्निनेट किया गया और न ही उसे ब्लेक लिस्टेट करने की कार्रवाई की गई। उन्होंने निर्माण कार्यों के लिए निर्धारित समयावधि बीत जाने वाले मामलों की रिपोर्ट और संबंधित ठेकेदार के विरूद्ध कार्रवाई भी प्रस्तावित करने के निर्देश निगम आयुक्त को दिए।
[aps] कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने बैठक में आगामी बरसात को देखते हुए शहर के नालों एवं नालियों की साफ-सफाई का अभियान 23 मई से शुरू करने के निर्देश दिए [/aps] उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की उदासीनता व लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निगम आयुक्त को नालों की साफ-सफाई की कार्ययोजना तैयार कर उसकी प्रति उन्हें देने तथा 20 जून तक शहर के सभी नालों एवं नालियों की साफ-सफाई के काम को पूरा कराए जाने के निर्देश दिए। बैठक में शहर के फ्लाईओव्हर से लेकर छातामुड़ा चौक तक वाटर सप्लाई पाईप लाईन बिछाए जाने का काम 3 साल से लंबित होने के मामले में भी उन्होंने संबंधित ठेकेदार के अनुबंध को समाप्त कर उसे ब्लेक लिस्टेड करने के निर्देश दिए। रायगढ़ शहर के विभिन्न वार्डों में नाली एवं नाला निर्माण के कई अधूरे कार्यों को लेकर कलेक्टर ने आयुक्त से सीधे यह सवाल किया कि क्या उनके द्वारा कभी निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा नहीं की जाती है?
[aph] बैठक में शहर में पेयजल की आपूर्ति की भी वार्ड वार समीक्षा की गई [/aph] कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने निगम के अधिकारियों को शहर के आउटर ईलाके के पेयजल समस्या मूलक वार्डों एवं मोहल्लों में टैंकर के माध्यम से प्रतिदिन सुबह-शाम जलापूर्ति सुनिश्चित के निर्देश दिए। विजय नगर हाऊसिंग बोर्ड ईलाके में पेयजल की समस्या के निदान के लिए पाईप लाईन बिछाए जाने के शेष कार्य को शीघ्रता से पूरा कराए जाने के भी निर्देश दिए गए। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने पंजरी प्लाट में निर्माणाधीन आडिटोरियम का कार्य हर हाल में 15 अगस्त तक पूरा कराए जाने के निर्देश दिए। बैठक में रायगढ़ शहर के विभिन्न वार्डो में स्वीकृत सडक़, नाली, फुटपाथ निर्माण तथा सडक़ के मध्य विद्युत पोल लगाए जाने के अपूर्ण कार्यों को भी पूरा कराए जाने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूरे हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। कलेक्टर ने बैठक में इस बात की भी चेतावनी दी कि कामकाज में कोताही बरतने वाले अभियंता एवं उप अभियंता का वेतन रोकने के साथ ही उनके विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। शहर में साफ-सफाई की व्यवस्था की भी जोनवार समीक्षा की गई तथा आवश्यकतानुसार वार्डो में कचरा पेटी रखवाने के निर्देश दिए गए। शहर में पालीथीन की बदस्तूर बिक्री एवं उपयोग को लेकर भी कलेक्टर ने अधिकारियों से पूछताछ की और कहा कि इस पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाए। उन्होंने स्वच्छता निरीक्षकों को अपने-अपने ईलाके में पालीथीन की बिक्री पर कड़ाई से रोक लगाने के निर्देश दिए। शहर की नालियों के ऊपर सीढ़ी एवं शेड के अवैध निर्माण को भी हटाए जाने के निर्देश दिए गए। बैठक में आयुक्त नगर निगम श्री प्रमोद शुक्ला, कार्यपालन अभियंता श्री शर्मा सहित उपअभियंता एवं स्वच्छता निरीक्षक एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।