रायगढ़ : शासन द्वारा संचालित शाकम्भरी योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत लघु सीमांत कृषकों को 75 प्रतिशत की अनुदान सहायता पर प्रदाय किया जाने वाला सिंचाई पम्प कृषकों को दोहरी फसल के साथ ही नगदी खेती में मददगार बना है।
शाकम्भरी योजना के अंतर्गत 15-15 हजार रुपए की विशेष छूट पर मिले डीजल पम्प की सौगात से खुश किसानों का कहना था कि इससे उन्हें न सिर्फ सिंचाई में मदद मिलेगी बल्कि वह साग-सब्जी की खेती को अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर कर सकेंगे।
जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में शाकम्भरी योजना के तहत डीजल पम्प की सौगात पाने वाले कृषक शरण लाल ने बताया कि उसके खेत के किनारे से सपनई नाला बहता है। इस नाले में बारहों महीने पानी बहता है। डीजल पम्प के माध्यम से वह यहां से पानी लेकर अपने तीन एकड़ खेत में सिंचाई करेगा। खरीफ के साथ रबी मौसम में भी उसने खेती करने के साथ ही साग-सब्जी की बुवाई करने की बात कही। शरणलाल के जीवन-यापन का आधार मात्र तीन एकड़ की खेती व मजदूरी है। उसका मानना है कि डीजल पम्प के माध्यम से सिंचाई की सुविधा मिल जाने से उसके परिवार की जिंदगी संवरेगी और वह ज्यादा मुनाफा खेती में हासिल कर सकेगा। अड़बहल के कृषक विषीकेशन ने डीजल पम्प का उपयोग अपने खेत के कुएं से पानी लिफ्ट कर सिंचाई के लिए करने की बात कही। उसने बताया कि उसके पास 15 एकड़ खेत है। सिंचाई के लिए एक मात्र नलकूप पर्याप्त न होने की वजह से उसने कुएं से सिंचाई के लिए शाकम्भरी योजना के तहत डीजल पम्प लिया है। सपनई के चैतराम की ईच्छा भी सिंचाई सुविधा मिल जाने की वजह से बेहतर खेती-किसानी की है।