[su_heading size=”16″ margin=”10″]भारत के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ ए पी जे अब्दुल कलाम के निधन होने पर हडताल को निर्धारित तिथि के पूर्व समापन करने की घोषण कर दी[/su_heading]
तीन सूत्रीय मांग को लेकर किया जा रहा था हडताल
- युक्तिकरण से बन्द होने वाली स्कूलो के स्वीपरो को समायोजित किए गए स्कूलो मे कार्य देने का मांग
- वेतन बढाने के लिए किया जा रहा था मांग
- स्वीपीरो को स्थायी कर्मचारी बनाने का मांग
जांजगीर(छत्तीसगढ)
मालखरौदा ब्लाॅक अंतर्गत समस्त ग्रामो मे संचालित विभिन्न स्कूलो का स्वीपर 27जूलाई से तीन सूत्रीय मांगो को लेकर हडताल मे बैठ गए थे।वो 29 जुलाई तक तीन दिवसीय हडताल करने का योजना बनाया था।वही 27जुलाई सोमवार को शाम के समय भारत देश के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ ए पी जे अब्दुल कलाम का निधन हो गया।ऐसे मे 28 जुलाई मंगलवार को कुछ लोग ही हडताल स्थल पहुंचे हुए थे।जहां पूर्व राष्ट्रपति डाॅ कलाम का आत्मा की शांति के लिए प्रार्थन की गई।वही मौन धारण भी किया गया।जहां सर्व सम्मति से हडताल समाप्त करने का फैसला लिया गया।वही 27जुलाई से सात दिवस तक शोक दिवस मनाने का घोषणा किया गया है।ऐसे मे इस तिथि के दौरान स्वीपर कोई भी आंदोलन नही करने का फैसला लिया गया।वही स्वीपर स्कूलो मे अपना कार्य करना प्रारंभ कर दिया है।