इंटरवल के बाद अँधेरे में अपनी सीट की ओर लौटती महिला ने कोने वाली सीट पर बैठे व्यक्ति से पुछा,
” भाई साहब, क्या बाहर जाते समय मैंने गलती से आपका पैर कुचल दिया था?”
दर्शक (गुस्से में) – “हाँ, कुचला था।अब क्या माफ़ी मांग रही हैं?”
महिला – “माफ़ी वाफी नहीं भैया, इसका मतलब मेरी सीट इसी लाइन में है।”
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